BHARAT NYAY YATRA – देश में गरमाते चुनावी माहौल के बीच कांग्रेस ने राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा की घोषणा कर दी है। इसकी शुरूआत 14 जनवरी को मणिपुर से होगी और समापन 20 मार्च को मुंबई में होगा। राहुल छह हजार दो सौ किलोमीटर की यह यात्रा 68 दिनों में पूरा करेंगे और यह 14 राज्यों और 85 जिलों से होकर गुजरेगी। पिछले साल उन्होंने कन्याकुमारी से श्रीनगर तक साढ़े चार हजार किलोमीटर की भारत जोड़ो पद यात्रा की थी।
आगामी चुनावों और भौगोलिक स्थितियों को देखते हुए इस बार वे यह सफर बस और पैदल दोनों तरीकों से करेंगे। संगठन के प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल का कहना है कि यह यात्रा राजनीतिक नहीं, बल्कि देश की जनता को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय दिलाने के लिए है।
BHARAT NYAY YATRA – कांग्रेस के लिए बड़ी यात्रा –
भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस का यह दूसरा मेगा कार्यक्रम है, जिसकी तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। 14 तारीख को इंफाल में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे झंडी दिखा कर इसे रवाना करेंगे।
फिर यह मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, प. बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरान होते हुए महाराष्ट्र पहुंचेगी। पिछली बार की तरह इस बार भी यात्रा के दौरान छोटी-बड़ी जनसभाएं और संवाद कार्यक्रम होंगे।
BHARAT NYAY YATRA – यात्रा का नाम ‘भारत न्याय यात्रा’ ही क्यों ?
सूत्रों का मानना है कि राहुल के इस कार्यक्रम को भारत न्याय यात्रा का नाम इसलिए भी दिया गया है, क्योंकि इसमें वे आम जनता को उसके अधिकार दिलाने की बात करने वाले हैं।
पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने न्याय योजना की घोषणा की थी, लेकिन कांग्रेस को उसका राजनीतिक लाभ नहीं मिला। बाद में पार्टी ने इसी न्याय योजना की कुछ घोषणाओं को राज्यों के विधानसभा चुनाव में गारंटी के रूप में पेश किया तो उसे कामयाबी मिली थी।
BHARAT NYAY YATRA – कांग्रेस के साथ जुड़ी पार्टियां भी होंगी शामिल –
विभिन्न जगहों पर विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दलों के नेता भी इसमें शामिल होंगे। सूत्रों का मानना है कि इस यात्रा के जरिए राहुल उन मुद्दों उठाने वाले हैं, जिन पर वे पहले से बोलते रहे हैं। विशेष रूप से जातिगत जनगणना के सवाल को बे बड़ा चुनाबी मुद्दा बनाने के मूड में हैं।
पार्टी के संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश का कहना है कि भारत जोड़ो यात्रा बढ़ती आर्थिक विषमता, सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक तानाशाही के खिलाफ निकाली गई थी, लेकिन इस यात्रा का मकसद लोगों को न्याय दिलवाना है।
यात्रा की शुरूआत मणिपुर से इसलिए की जा रही है, क्योंकि वहां प्रेम और भाईचारे को बहाल करने की जरूरत है। हाल के दिनों में वहां जिस तरह की हिंसा हुई है, उसे पूरे देश ने देखा है।
BHARAT NYAY YATRA – यह एकता, प्रेम सौहार्द्र का संदेश – जयराम रमेश –
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया था कि ‘पार्टी नेता राहुल गांधी को पूरब से पश्चिम तक 21 दिसंबर से दूसरे चरण की यात्रा करनी चाहिए, जिसके बाद इस यात्रा की घोषणा की गई है।
रमेश ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में एकता, प्रेम और सौहार्द्र का संदेश फैलाने के पश्चात गांधी अब देश के लोगों के लिए न्याय मांगेंगे।’
BHARAT NYAY YATRA – क्या यह ‘भारत जोड़ो यात्रा पार्ट’ ?
राहुल गांधी 14 जनवरी से अपनी ‘भारत न्याय यात्रा’ शुरू करेंगे, जो मणिपुर से मुंबई तक 6,200 किलोमीटर की होगी। यह यात्रा लोकसभा चुनाव से पहले 20 मार्च को समाप्त होगी।
इसे पिछले साल उनकी उत्तर-दक्षिण ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पार्ट-2 के रूप में देखा जा रहा है। दो दक्षिणी राज्यों में जीत का श्रेय राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को दिया गया है। हालांकि बीजेपी का कहना है कि जनता ने भारत जोड़ो यात्रा को खारिज कर दिया है. सिर्फ नई शर्तें गढ़ने से कुछ हासिल नहीं होगा।