AMBIKAPUR P.G COLLEGE – अम्बिकापुर के पीजी कॉलेज में आयोजित हुआ व्याख्यान कार्यक्रम …..जे.एन.यू की प्रोफ. श्वेता कुमारी रही मुख्य अतीथि।

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AMBIKAPUR P.G COLLEGE – समाजशास्त्री जी.एस घुर्ये के जन्मोत्सव पर अम्बिकापुर के राजीव गांधी पीजी कॉलेज में आयोजित हुआ व्याख्यान कार्यक्रम …..जे.एन.यू की प्रोफ. श्वेता कुमारी रही मुख्य अतीथि।

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AMBIKAPUR P.G COLLEGE – गोविन्द सदाशिव घुर्ये उन अग्रणी समाजशास्त्रियों में से एक हैं जिन्हें भारत में समाजशास्त्र विषय को प्रणीत करने का श्रेय दिया जाता है। आज इनके जन्मदिवस के अवसर पर अम्बिकापुर के राजीव गांधी पीजी कॉलेज के सभागृह में व्याख्यान माला आयोजन किया गया।

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जिसमें जेएनयू की प्राध्यापिका श्वेता कुमारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति रही जिन्होंने समाजशास्त्री जी.एस घुर्ये के सामाजिक कार्यों एवं उनके सिद्धांतों के विषय मे छात्रों के समक्ष अपनी बातें रखी।

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AMBIKAPUR P.G COLLEGE – कौन हैं समाजशास्त्री जी.एस घुर्ये –

AMBIKAPUR P.G COLLEGE – के सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतीथि के रूप में उपस्थित श्वेता कुमारी ने जी.एस.घुर्ये के बारे में विस्तारपूर्वक बताया।गोविन्द सदाशिव घुर्ये उन अग्रणी समाजशास्त्रियों में से एक हैं जिन्हें भारत में समाजशास्त्र विषय को प्रणीत करने का श्रेय दिया जाता है।
घुर्ये का जन्म महाराष्ट्र के मालवन ग्राम में एक रूढ़िवादी परिवार में हुआ उन्होंने मुंबई के एलिफिन्सटन कॉलेज से उच्च शिक्षा प्राप्त की और भाषाशास्त्र में स्नातकोत्तर की उपाधि-अर्जित की।

तत्पश्चात् वे मुंबई विश्वविद्यालय के पेट्रिक गेड्स के संपर्क में आए जो वहाँ समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष थे। घुर्ये ने गेड्स के नेतृत्व में ‘एक नगरीय केन्द्र के रूप में बंबई’ विषय पर एक लेख लिखा जिसके आधार पर घुर्ये को विदेश में पढ़ने की छात्रवृत्ति मिली और वह लंदन चले गए। वहाँ पर कुछ समय तक लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में एल. टी. हॉबहाउस के साथ कार्य किया ।

तत्पश्चात् उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के रिवर्स के तथा उनकी मृत्यु के पश्चात् ए. सी. हेडन के निर्देशन मे अपना शोधकार्य पूरा किया जो 1932 में ‘भारत में जाति और प्रजाति’ के नाम से प्रकाशित हुआ। लंदन से लौटने के पश्चात् घुर्ये ने गेड्स के बाद बंबई विश्वविद्यालय समाजशास्त्र का कार्यभार संभालने वाले प्रथम भारतीय विद्वान, भारत में समाजशास्त्र के संस्थापक एवं भारत के समाजशास्त्र के पिता के रूप में स्वयं को स्थापित किया।

AMBIKAPUR P.G COLLEGE – समाजशास्त्र विभाग के छात्रों ने दिखाई दिलचस्पी –

AMBIKAPUR P.G COLLEGE के सभागृह में आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम में समाजशास्त्र विभाग के छात्र-छात्राओं ने भी दिलचस्प भरपूर दिखाई एवं कई छात्राओं ने जीएस घुर्ये के बारे में उनके जीवनी से प्रभावित होकर उनके सिद्धांतों को अपने माध्यम से सबके समक्ष रखा एवं अपने जिज्ञासा को वहां उपस्थित प्राध्यापक एवं मुख्य अतिथि के समक्ष पूछा भी जिससे कि यह साफ जाहिर हुआ कि समाजशास्त्र का क्षेत्र काफी व्यापक एवं दिलचस्प है।

AMBIKAPUR P.G COLLEGE – महाविद्यालय के प्राचार्य एवं विभाग प्राध्यापक रहे उपस्थित –

AMBIKAPUR P.G COLLEGE – आयोजित व्याख्यान माला में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रिज़वान उल्ला समाजशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, प्राध्यापक प्रदीप एक्का, प्राध्यापक रमेश जायसवाल एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।