AMBIKAPUR – अम्बिकापुर के एक स्कूल की छात्रा ने की खुदकुशी ….सुसाइड नोट में लिखा उसकी शिक्षिका द्वारा किया जा रहा था प्रताड़ित।

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AMBIKAPUR – अम्बिकापुर के एक स्कूल की छात्रा ने की खुदकुशी ….सुसाइड नोट में लिखा उसकी शिक्षिका द्वारा किया जा रहा था प्रताड़ित।

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AMBIKAPUR – बुधवार सुबह दुःखद खबर सामने आई जहां शहर की एक छात्रा ने स्कूल शिक्षिका द्वारा प्रताड़ित किये जाने पर खुदकुशी कर लिया है। शहरवासियों में स्कूल प्रबंधन को लेकर साफ गुस्सा देखा जा रहा है वहीं छात्रा के परिजनों ने शिक्षिका को गिरफ्तार करने की मांग की है।

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AMBIKAPUR – फांसी लगाकर छात्रा ने की आत्महत्या –
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अम्बिकापुर के एक स्कूल में पढ़ने वाली 6वीं क्लास की होनहार छात्रा ने दुखद तरीके से आत्महत्या का रास्ता चुन लिया। यह 12 वर्षीय छात्रा अपने घर के पंखे में लटकी हुई मिली। इस दुखद घटना के साथ-साथ, एक सुसाइड नोट भी मौके पर पाया गया। छात्रा ने अंग्रेजी में लिखी गई इस सुसाइड नोट में स्कूल की शिक्षिकाओं पर आरोप लगाया गया है, जिसमें उन्होंने प्रताड़ना और जानबूझकर परेशान करने का आरोप लगाया है। इस दुखद घटना के बाद, स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने अपने आंदोलन के तहत स्कूल के विभिन्न अधिकारियों से कड़ी सजा की मांग की, ताकि इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को रोका जा सके।

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AMBIKAPUR – मृतिका अम्बिकापुर की निवासी है –

मृतिका छात्रा, अम्बिकापुर शहर की निवासी है। जो कि स्कूल की टॉपर और होनहार छात्रा थीं। उनकी असामान्य पढ़ाई और प्रतिभा ने स्कूल में उन्हें एक आदर्श माने जाने का दर्जा दिलाया था। बीते मंगलवार की रात, छात्रा ने अपने घर के कमरे में एक पंखे में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। यह खबर सुनते ही स्कूल और शहर की आबादी में गहरा शोक छाया। पुलिस ने घटना की तहकीकात शुरू की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

AMBIKAPUR – सुसाइड नोट में लिखा वजह –

पुलिस ने छात्रा के कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें वह अपने दुखों और आत्महत्या की वजहों के बारे में लिखा है। नोट में छात्रा द्वारा जिस तरह से लिखा गया है उससे साफ पता चलता है कि उसपर स्कूल प्रबन्धन द्वारा दबाव बनाया जा रहा था एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था।

इस अत्यंत दुखद घटना ने समाज को गहरी सोच पर विचार करने पर मजबूर किया है, और यह सामाजिक मुद्दों के प्रति और छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है।