AMBIKAPUR EKADASHI 2023 – तुलसी विवाह देवउठनी एकादशी पर्व शहर में परंपरागत ढंग से भक्ति और उल्लास के साथ मनाया गया। शुभ मुहूर्त में विविध धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन करते हुए दीप भी जलाए गए।
देवउठनी एकादशी पर्व को छोटी दीपावली ही माना जाता है और इस दिन घरों को आकर्षक ढंग से साज-सज्जा करते हुए विद्युत झालरों और दीपक से रोशन किया गया। बच्चों ने आतिशबाजी भी की देवउठनी एकादशी पर्व के दिन गुरूवार को प्रातः बाजार में गन्ना की जमकर आवक हुई और तुलसी विवाह के लिए परंपरागत ढंक से मंडप सजाने लोगों ने गन्नें की खरीददारी की इसके साथ ही शकरकंद सहित अन्य फल और पूजन सामग्री बाजार में भी भीड़ बनी रहने से देर शाम तक चहल-पहल बनी रही।
AMBIKAPUR EKADASHI 2023 – क्या है त्यौहार में खास –
विदित हो कि भगवान विष्णु पांच माह के योग निंद्रा से देवउठनी एकादशी के दिन जागते हैं और शालिग्राम के रूप में उन्होंने तुलसी से विवाह किया था। देवउठनी एकादशी के साथ ही हिन्दु धर्म अनुसार मांगलीक कार्य और विवाह के लग्न सहित अन्य शुभ कार्य आरंभ हो जाते हैं।
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AMBIKAPUR EKADASHI 2023 में गन्ने की खूब हुई खरीदारी –
देवउठनी एकादशी पर्व को लेकर शहर में सुबह से ही गन्ने की आवक शुरू हो गई थी। सुबह आठ से 10 बजे के बीच 40 से 50 रूपए प्रति जोड़ी गन्ने की बिक्री हुई। जबकि दोपहर 12 से 3 बजे के बीच 30 से 35 रूपए और शाम होते ही कीमत लुढक की 20 रूपए प्रति जोड़ी पर आ गई। बाजार में गन्ना बेचने वालों में उत्पादक किसानों की संख्या अधिक थी। वहीं शकरकंद भी 40 रूपए प्रतिकिलो की दर से बिका।
AMBIKAPUR EKADASHI 2023 – शहर के इन हिस्सों में रही गन्ने खरीदने की भारी भीड़ –
देवउठनी एकादशी पर्व के अवसर पर लोगों द्वारा फल-फूल में गन्ने का महत्व अधिक रहता है। शहर के कई हिस्सों में गन्ने खरीदने के लिए भारी संख्या में लोग जुटे जिसमे शहर के मुख्य बाजार , गुदरी मार्केट, आकाशवाणी चौक, गांधीनगर गुरुनानक चौक, चांदनी चौक जगहों पर अधिक खरीदी-बिक्री देखने को मिली।
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