AMBIKAPUR CHHATH GHAT 2023 – शाम को डूबते सूर्य….प्रातः उगते सूर्यदेव को अर्घ्य देकर भक्तिभाव से सम्पन्न हुआ महापर्व छठ त्यौहार। घाट पर कई हजार श्रद्धालुओं ने की उपासना……

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AMBIKAPUR CHHATH GHAT 2023 – भगवान सूर्यदेव और प्रकृति की उपासना को समर्पित महापर्व छठ के तीसरे दिन नदी-तालाबों व घाटों पर आस्था की डुबकी लगाकर हजारों व्रतियों ने अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया। इस दौरान छठ घाटों का नजारा देखते बन रहा था। डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ गीतों से घाट भक्तिमय हो गया। घाटों पर मेले जैसा नजारा रहा।

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व्रतियों साथ हजारों लोग घाटों पर पहुंचे। शाम चार से ही व्रती घरों से घाट के लिए निकलने लगे थे। मन्नत पूरी होने पर कई लोग दंडवत करते हुए बाजे गाजे के साथ घाट पर पहुंचे। शाम को हजारों व्रतियों ने स्नान के बाद डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। छठ इकलौता ऐसा पर्व है जहां अस्त होते सूर्य को जल देने की परंपरा है। व्रती 36 घंटे तक निर्जला उपवास कर रात भर घाट पर रहे। सोमवार को व्रती लोकआस्था के चार दिवसीय महापर्व का उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देकर स्वास्थ्य, सुख और समृद्धी के साथ संतानों के चिरंजीवी होने की प्रर्थाना के साथ व्रत का समापन करेंगे। विभिन्न घाटों पर आस्था के साथ सेवा की भी झलक दिखी।

AMBIKAPUR CHHATH GHAT 2023 में सभी ओर महापर्व का आयोजन –

शहर में शंकरघाट के अलावा घुनघुटा नदी, ममामाया तालाब नमनाकला सहित विभिन्न तालाबों में छठ पर्व का आयोजन किया गया। यहां समितियों की ओर व्यापक इंतजाम किए गए थे। शंकरघाट और नमनाकला में सूर्य मंदिर में लोगों श्रद्धालुओं ने पूजा की। घाटों पर प्रसाद बांटने वालों की भीड़ दिखी। अलग-अलग समितियों ने फल, नारियल सहित पूजन सामग्री बाट।

AMBIKAPUR CHHATH GHAT 2023 में श्रद्धालु दंडवत कर पहुंचे घाट –

शहर के शंकर घाट में करीब 20 हजार से अधिक व्रती अलग-अलग रास्तों से पैदल और डंडवत करते पहुंचे। कई लॉगी की मन्नते पूरी हुई तो यथाशक्ति डंडवत कर घाट तक पहुंचे और स्नान कर भुवन भास्कर को अर्घ्य दिया। वहीं घाट पर ऐसे श्रद्धालु भी पहुंचे थे जिनके यहां छठ पर्व नहीं होता।
कुछ सालों में शहर से लेकर गांवों तक छठ पर्व करने वालों की संख्या काफी बढ़ी है।

AMBIKAPUR CHHATH GHAT 2023 में सात घोड़ों पर सवार सूर्यदेव की प्रतिमा –

कन्हर नदी में सात घोड़ों पर सवार भगवान सूर्य की प्रतिमा श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रही। वहीं शिव मंदिर घाट में भी स्थानीय छठ पूजन समिति के द्वारा सात घोड़े पर सवार सूर्य भगवान की मूर्ति रखी गई थी। शिव मंदिर घाट में देवी जागरण का भी आयोजन समिति के द्वारा किया गया।

AMBIKAPUR CHHATH GHAT 2023 में पुलिसकर्मियों की तैनाती –

शहर के विभिन्न छठ घाटों व आसपास के मुख्य मार्गों पर 500 पुलिसकर्मियों की तैनाती सुरक्षा के मद्देनजर की गई थी। वहीं यातायात को सुचारू बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस के जवानों भी मोर्चा संभाले नजर आए। इसके साथ ही प्रमुख छठ घाट ओपन लाइव जैकेट के साथ एसडीआरएफ के जवानों को भी तैनात किया गया है।

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AMBIKAPUR CHHATH GHAT 2023 में कहीं आरती की गूंज तो कहीं भजन-गायन –

छठ पूजा को यादगार बनाने के लिए शंकरघाट में भजन संध्या का आयोजन किया गया। महामाया छठ पूजा सेवा समिति के अध्यक्ष विजय सोनी के नेतृत्व में यहां 27 सालों से यहां छठ पर्व का आयोजन किया जा रहा है। समिति द्वारा यहां संध्या का आयोजन किया गया। रात भर भजन संध्या में श्रद्धालु भक्ति के रंग में रंगे नजर आए। वहीं घुनघुट्टा नदी में छठ पर्व पर गंगा आरती का विशेष आयोजन किया गया। नदी के बीच में बनारस की टीम गंगा आरती की, इस दौरान गंगा आरती का नजारा हर किसी ने अपने कैमरे में कैद किया।

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AMBIKAPUR CHHATH GHAT 2023 में घाट पर क्रिकेट देखने की सुविधा –

छठ पूजा के दिन ही भारत और आस्ट्रेलिया के बीच क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबला हुआ। ऐसे में दरिमा रोड पर घुनघुट्टा नदी के किनारे घाट पर ही मैच को देखने के लिए व्रतियों के परिजन ने बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई। डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद यहां परिजनों ने पूरे मैच का आनंद उठाया।

AMBIKAPUR CHHATH GHAT 2023 में व्रतियों के ठहरने की व्यवस्था –

AMBIKAPUR CHHATH GHAT 2023

छठ पर्व पर शाम डूबते सूर्यदेव को अर्घ्य देने के साथ प्रातः उगते सूर्यदेव को अर्घ्य देने पहुंची व्रतियों के लिए घाट पर बैठने की उचित व्यवस्था की गई। जहां टैंट लगाकर रहने की साथ ही पूरी व्यवस्था सही से बनाये रखने की पुलिसकर्मियों के हवाले रहा। दूर-दूर से छठ करने आए बहुत से श्रद्धालु घाट पर ही रुके जिनके लिए व्यवस्था की गई।

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