TATAPANI BALRAMPUR – तातापानी, छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में स्थित होकर अपनी अनोखी प्राकृतिक खोज से प्रसिद्ध है। यहां का प्राकृतिक गर्म पानी लोगों को वास्तविक आश्चर्य में डाल देता है। इस क्षेत्र में पाया जाने वाला जल धरती के गहराई से उठता है, जिसे उच्च तापमान की वजह से गर्म किया जाता है।
यहां के गरम पानी ने इस स्थान को एक पर्यटक आकर्षण बना दिया है। यहां के नाम ‘तातापानी’ का अर्थ ‘गर्म पानी’ से जुड़ता है। यहां का पानी इतना गरम होता है कि लोग इससे अनोखे तरीके से खाना पकाते हैं। यहां के स्थानीय लोग आलू, चावल, और अंडे को इस गरम जल में पकाते हैं, जो एक विशेष अनुभव प्रदान करता है। तातापानी का यह अनूठा माहौल और उसमें पाए जाने वाला खास प्राकृतिक ताप लोगों को आकर्षित करता है, और यहां पर आने वाले लोग इस अनोखे स्थल का आनंद लेते हैं।
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TATAPANI BALRAMPUR – भगवान राम से जुड़ी क्या है लोगों की मान्यता –
यहां रह रहे लोगों का यह मानना है कि भगवान राम खेल-खेल में माता सीता की ओर पत्थर फेंके थे जिसके बाद माता सीता के हाथ मे गर्म तेल का कटोरा जमीन पर गिर गया तभी से इस स्थान से गर्म पानी निकलने लगा।
TATAPANI BALRAMPUR – यहां स्नान से चर्मरोग होता है दूर –
TATAPANI BALRAMPUR – में एक और मान्यता यह भी है कि भगवान शिव और अन्य देवी देवताओं जब धरती पर आए तो उन्होंने नहाने के लिए गर्म जल कुंड का निर्माण किया और इसी मान्यता के कारण यहां हर वर्ष मकर संक्रान्ति त्यौहार में मेला लगता है तब लाखों की संख्या में लोग आते हैं और मेले के साथ गर्म जल श्रोत का आंनद लेते हैं l कहा यह भी जाता है कि यहाँ के गर्म पानी से और मिट्टी से चर्म रोग दूर हो जाते है। इस वजह से कई सारे चर्मरोगी यहां के पानी में स्नान करने पहुंचते हैं।
TATAPANI BALRAMPUR – का वैज्ञानिक पहलू –
वैज्ञानिकों का मानना है कि यहां के जमीन में सल्फर कि मात्रा अत्यधिक है। इसी कारण से यहां का पानी गर्म हो जाता है, यहां के पानी में भी सल्फर की गंध आती है। इसके अलावा यहाँ शिव जी एक विशाल प्रतिमा है जिसकी ऊंचाई लगभग 60 फीट है जो लोगो को अपनी और आकर्षित करती है। इस शिव प्रतिमा के नीचे भारत के अलग अलग कोने में स्थित 12 ज्योतिर्लिंग को प्रतीकात्मक रूप से स्थापित किया गया है। यहाँ एक शिव मंदिर भी जहाँ के मूर्तियाँ 400 वर्ष पुरानी हैं, मंदिर के बाहर भी कई सारे भगवानों की मूर्तियाँ है जो तालाब खुदाई करने के दौरान मिली।
TATAPANI BALRAMPUR – प्रतिवर्ष आयोजित होता है “तातापानी महोत्सव”
तातापानी में मकर संक्रांति के अवसर पर पिछले 50 से अधिक वर्षों से हर वर्ष मकर संक्रांति के अवसर पर मेले का आयोजन किया जाता रहा है। बलरामपुर जिले के अस्तित्व में आने के बाद प्रशासन ने TATAPANI BALRAMPUR मेला को महोत्सव का स्वरूप दिया है। वर्षों पुराने तातापानी के मूल स्वरूप को बरकरार रखते हुए कई फीट ऊंची शिव जी की प्रतिमा स्थापित की गई है। इसी के ठीक नीचे 12 ज्योतिर्लिंगों का स्वरूप प्रदर्शित किया गया है।
TATAPANI BALRAMPUR – में स्थित भगवान शिव का मंदिर –
यहां भगवान शिव का मंदिर भी स्थित है। जानकर यह आश्चर्य होगा कि मंदिर के अंदर रखी मूर्ति लगभग चार सौ वर्ष पुराना है। इन सभी के अलावा यहाँ विशाल शिव प्रतिमा बनाया गया है जो लोगो को काफी ज्यादा आकर्षित करता है। शिव मंदिर में हर वर्ष महाशिवरात्रि में शिवालयाें में पूजा-अर्चना करने भक्तों की भीड़ लगी रहती है और इस समय भगवान शिव की झांकी भी निकाली जाती है।
TATAPANI BALRAMPUR – ऐसे पहुँच सकते हैं आप यहां –
अगर आप भी तातापानी, बलरामपुर स्थित विशाल शिव प्रतिमा को नज़दीक से निहारना चाहते हैं और तातापानी के गर्म जलकुंडों की सच्चाई को परखना चाहते हैं तो बाहरी यात्री स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट, रायपुर पहुंचें । आगे सड़क मार्ग से बलरामपुर जा सकते हैं। आप अंबिकापुर रेलवे स्टेशन पर भी उतर सकते हैं जो यहां से 92 किमी दूर है। बाय रोड आप NH 343 ( अंबिकापुर-गढ़वा) से तातापानी पहुंच सकते हैं।
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