MULTIPURPOSE SCHOOL AMBIKAPUR – आइये जानते हैं अम्बिकापुर ही नही बल्कि सरगुजा के 110 साल पुराने स्कूल के गौरवशाली इतिहास के बारे में।
बचपन का सुनहरा दौर यदि कहीं से शुरू होता है तो वह स्कूल है। जहां ज्ञान, शिक्षा दोस्ती से एक बालक परिचय पाता है। वहीं स्कूल का दौर पूर्ण करने पश्चात स्कूली यादों को सँजोता है। इसी कड़ी में आज जानते हैं अपने खूबसूरत शहर अम्बिकापुर के मल्टीपर्पस स्कूल के गौरवशाली इतिहास के बारे में।
MULTIPURPOSE SCHOOL AMBIKAPUR – 1914 में एडवर्ड हाई स्कूल के नाम से खोला गया था सरगुजा का सबसे पुराना स्कूल –
मल्टीपर्पस हायर सेकंडरी स्कूल, जो कि सरगुजा सम्भाग के मुख्यालय अम्बिकापुर में स्थित है, गुरु नानक चौक के पास एक प्रमुख स्थान पर स्थित है। यह स्कूल सरगुजा का सबसे पुराना और ऐतिहासिक शैक्षिक संस्थान है।
MULTIPURPOSE SCHOOL AMBIKAPUR की स्थापना 1914 में की गई थी और इसे 1955 तक एडवर्ड हाई स्कूल के नाम से जाना जाता था। प्रारंभ में, इस स्कूल ने शिक्षा का कार्य मात्र 24 छात्रों के साथ शुरू किया था, जो कि उस समय की स्थिति को दर्शाता है। तब, शिक्षा प्रणाली और सुविधाएं अभी भी प्रारंभिक अवस्था में थीं, और छात्रों को अपनी परीक्षा में भाग लेने के लिए रायपुर के केंद्र की यात्रा करनी पड़ती थी, जो कि एक लंबा और कठिन सफर था। यह यात्रा छात्रों के लिए एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन इसके बावजूद वे शिक्षा के प्रति अपनी लगन और समर्पण को बनाए रखते हुए इस कठिनाई को पार करते थे।
आज इस स्कूल की यात्रा ने समय के साथ काफी बदलाव देखे हैं और यह अपने क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण शैक्षिक संस्था के रूप में स्थापित हो गया है।
MULTIPURPOSE SCHOOL AMBIKAPUR – महाराजा स्व. रामानुज शरण सिंहदेव ने करवाया था स्कूल का निर्माण –
एडवर्ड हायर सेकंडरी स्कूल, जिसे वर्तमान में MULTIPURPOSE SCHOOL AMBIKAPUR के नाम से जाना जाता है, का निर्माण महाराजा स्व. रामानुज शरण सिंहदेव द्वारा किया गया था, और इस परियोजना की देखरेख इंजीनियर सीपी वर्मा ने की थी। इस प्रतिष्ठित स्कूल का उद्घाटन 1946 में अम्बिकेश्वर शरण सिंहदेव ने किया।
MULTIPURPOSE SCHOOL AMBIKAPUR ने अपनी उत्कृष्टता और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से अनेक छात्रों को प्रोत्साहित किया, जिन्होंने आज विश्वस्तरीय पहचान बनाई है। इनमें कई आईपीएस अधिकारी, सांसद और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल कोच और खिलाड़ी शामिल हैं। इस स्कूल ने शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए कई उदीयमान प्रतिभाओं को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।