JHUMKA DAM BAIKUNTHPUR – छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में स्थित इस बांध का नाम “ताटीबंध” है, जो आपके व्यापक और शांत महसूस होने के लिए एक अद्वितीय स्थल है। यहां की सुंदरता और प्राकृतिक सुंदरता वास्तव में दिल को छू लेती है।
ताटीबंध अपनी शानदार सुंदरता और शांत माहौल के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर आपको पानी के तट पर बने कॉटेज मिल सकते हैं, जो अच्छे और आरामदायक रहने के विकल्प प्रदान करते हैं। यहां जाने पर आपको न तो सिवानी झील की सुंदर झील का आनंद लेने का मौका मिलता है बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य और वन्य जीवन का भी अनुभव करने का मौका मिलता है।
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JHUMKA DAM BAIKUNTHPUR – यहां के बांध क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के विश्राम गृह और ध्यान केंद्र हैं-
जो आपको आत्मा को शांत करने और प्राकृतिक वातावरण में समाहित होने का अनुभव कराते हैं। यहां आप पिकनिक कर सकते हैं, जंगल सफारी का आनंद ले सकते हैं और प्राकृतिक सुंदरता के बीच घूम सकते हैं।
छत्तीसगढ़ के इस क्षेत्र में बांध के पास कई आदिवासी गांव भी हैं, जहां आप लोकल कला, संस्कृति और जीवनशैली का अनुभव कर सकते हैं। यहां की भौतिक सुंदरता, खासकर बांध के पास के वन्य जीवन की समृद्धता, यहां के पर्यटकों को अद्भुत प्राकृतिक अनुभव प्रदान करती है।
इस जगह परिवारिक या मित्रों के साथ समय बिताने के लिए उत्तम है। यहां पर्यटकों को अनूठी प्राकृतिक सुंदरता, शांति, और आत्मा को नया जीवन देने वाला अनुभव मिलता है।
इस रूपरेखा में, ताटीबंध बांध छत्तीसगढ़ की गहरी प्राकृतिक सुंदरता, वन्य जीवन, और स्थानीय संस्कृति का एक उत्कृष्ट उदाहरण है जो पर्यटकों को आकर्षित करता है।
JHUMKA DAM BAIKUNTHPUR – 1982 में हुआ था निर्माण –
JHUMKA DAM BAIKUNTHPUR – भारत के छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित है और झुमका नदी पर बना है। यह बांध 1982 में निर्मित हुआ था, जिसका उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने किया था। इस बांध का निर्माण भारतीय सागरीय प्रोजेक्ट के तहत किया गया था ताकि पानी के संग्रहण और इसका उपयोग किया जा सके।
JHUMKA DAM BAIKUNTHPUR – को रामानुज प्रताप सागर के नाम से भी जाना जाता है। इसकी ऊंचाई और विस्तार से यह समुद्र की तरह दिखता है। इस बांध का मुख्य उद्देश्य जल संग्रहण करना है ताकि कृषि और नगरीय उपयोग के लिए पानी प्रदान किया जा सके। यहां पर जल संचयन के साथ-साथ पेयजल की आपूर्ति, सिंचाई, और ऊर्जा उत्पादन के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।
रामानुज प्रताप सागर, जो झुमका बांध का एक अन्य नाम है, छत्तीसगढ़ राज्य के गहिरा जंगल में स्थित है। इसका निर्माण महत्वपूर्ण पर्यावरणीय और अर्थव्यवस्था उद्देश्यों को ध्यान में रखकर किया गया था। इससे स्थानीय आदिवासी समुदायों के जीवन में भी सकारात्मक परिवर्तन आया है और यहां के लोगों को समृद्धि का अवसर प्राप्त हुआ है।
झुमका बांध का निर्माण एक महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया था जो जल संसाधनों का संरक्षण और प्रबंधन करते हुए पर्यावरणीय स्थिरता को ध्यान में रखते हुए किया गया।
JHUMKA DAM BAIKUNTHPUR – किसानों के लिए उपयोगी यह डैम –
झुमका बांध एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल होने के साथ-साथ, कृषि उपकरण के रूप में भी महत्त्वपूर्ण है। यहाँ पर्यटकों को न केवल प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद मिलता है, बल्कि उन्हें झुमका बांध की महत्ता और यहाँ के कृषकों के जीवन में खेती की महत्ता का भी अनुभव होता है।
झुमका बांध का अपना एक विशेष महत्त्व है। यहाँ कृषि भूमि की सिंचाई करने से लगभग 1100 हेक्टेयर क्षेत्र में उत्पादन में वृद्धि होती है, जिससे 17 गांवों में रहने वाले हजारों किसानों को लाभ मिलता है।
झुमका बांध के माध्यम से खेती में सुधार होता है। सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता न केवल खेती को मजबूती देती है, बल्कि यह किसानों को समृद्धि और विकास की दिशा में भी आगे बढ़ने में मदद करती है।
झुमका बांध के साथ-साथ पर्यटकों को भी यहाँ का विशेष अनुभव मिलता है। यहाँ पर्यटक वन्य जीवन, नदी तट, और शांति भरी पर्यावरण का आनंद लेते हैं। इस जगह पर आने वाले पर्यटक न केवल प्रकृति के साथ सम्पर्क में रहते हैं, बल्कि यहाँ के स्थानीय जीवन और उनकी संस्कृति को भी जानते हैं।
झुमका बांध का महत्त्व इसलिए है क्योंकि यह सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं है, बल्कि यहाँ के किसानों के जीवन में भी एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके माध्यम से उन्हें न केवल सिंचाई की सुविधा मिलती है, बल्कि यहाँ पर्यटकों के आने से उन्हें भी आर्थिक रूप से लाभ होता है।
झुमका बांध की यह दोहरी भूमिका पर्यटन और कृषि में उसकी महत्ता को और भी महत्त्वपूर्ण बनाती है। इससे सिद्ध होता है कि प्राकृतिक संसाधनों का सही तरीके से उपयोग करके हम समाज के हर वर्ग को समृद्धि और सुख-समृद्धि की ओर ले जा सकते हैं।
JHUMKA DAM BAIKUNTHPUR – सभी ओर खूबसूरत नजारा –
बांध के आसपास का प्राकृतिक नजारा वाकई हर एक को मोह लेता है। वहाँ पेड़-पौधे और पत्थरों का समूह न केवल खूबसूरती से भरा होता है, बल्कि वहाँ की शांति और सुंदरता भी दिल को छू लेती है। इससे लोगों में आकर्षण बढ़ता है और हजारों की संख्या में वहाँ आते हैं।
ये प्राकृतिक स्थल लोगों को ध्यान देने का एक शांत और ऊर्जावान माहौल प्रदान करते हैं। जब वे पेड़ों के नीचे बैठकर, समुंदर की ओर देखते हैं या वहाँ के पत्थरों के बीच चलते हैं, तो उन्हें एक अलग स्तर का शांतिपूर्ण अनुभव होता है।
वहाँ के पेड़-पौधों की विविधता भी लोगों को प्रभावित करती है। वृक्षों की छाया, उनकी बेहद सुंदर पत्तियाँ और उनका विविध रंगमंच हर किसी का ध्यान खींचता है।
JHUMKA DAM BAIKUNTHPUR – इस स्थल का वातावरण भी अत्यधिक शांतिपूर्ण होता है। प्राकृतिक ध्वनियों का संगीत, पक्षियों की चहचहाहट और समुंदर की लहरों की ध्वनि यहाँ के माहौल को और भी सुंदर बनाती हैं।
बांध के आसपास के पत्थरों का समूह भी विशेष है। इन पत्थरों का अपना ही आकर्षण होता है। उनके अलग-अलग रंग और आकृतियाँ देखकर लोग चौंक जाते हैं।
JHUMKA DAM BAIKUNTHPUR – इस स्थल पर लोगों के बीच अधिकतर प्रकृति संबंधी गतिविधियाँ होती हैं। यहाँ पर लोग घूमने, पिकनिक करने, फोटोग्राफी करने आदि आते हैं। इससे न केवल वे ताजगी और सुंदरता का आनंद लेते हैं, बल्कि वे अपने जीवन की दिनचर्या से थोड़ी देर के लिए हटकर अनुभव करते हैं।
इस तरह, बांध के आसपास का प्राकृतिक नजारा लोगों को आकर्षित करता है, उन्हें शांति और सुंदरता का अनुभव कराता है और उन्हें नए और प्राकृतिक अनुभवों का मौका देता है।
JHUMKA DAM BAIKUNTHPUR – अम्बिकापुर से दूरी –
JHUMKA DAM BAIKUNTHPUR – छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित है और यह सूरजपुर से 40 किलोमीटर और अंबिकापुर से 80 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां पहुंचने के लिए विभिन्न प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
रेल: सूरजपुर और अंबिकापुर दोनों ही बड़े रेल्वे स्टेशन हैं, जिनसे आप झुमका बांध के लिए ट्रेन सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं। रेलमार्ग से बांध तक बसें या अन्य स्थानीय ट्रांसपोर्ट सुलभ होता है।
बस: सूरजपुर और अंबिकापुर से बांध तक बस सेवाएं भी उपलब्ध हैं। JHUMKA DAM BAIKUNTHPUR – छत्तीसगढ़ राज्य के आसपासी और आंतरराज्यीय बस सेवाएं भी हैं, जो इस क्षेत्र तक पहुंचने में मदद कर सकती हैं।
प्राइवेट ट्रांसपोर्ट: सूरजपुर और अंबिकापुर से झुमका बांध के लिए प्राइवेट वाहनों की सुविधा भी है। टैक्सी, कार या प्राइवेट कार चार्टरिंग के माध्यम से आप अपनी पसंदीदा वाहन से बांध तक पहुंच सकते हैं।
JHUMKA DAM BAIKUNTHPUR- छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जो प्राकृतिक सौंदर्य और शांति का अनुभव कराता है। यहां पहुंचने के लिए विभिन्न विकल्पों की वजह से यात्रा सुगम और आनंदमय होती है।