JALJALI MAINPAT – आइये जानते हैं अम्बिकापुर के मैनपाट में स्थित ऐसे जगह के बारे में जहाँ जमीन पर उछलने से जमीन हिलने लगती है।
JALJALI MAINPAT एक स्थल है जहां भूमि का सतह नियमित अंतरालों में हिलता है। यह वास्तविकता में अद्वितीय है क्योंकि इसे नियमित अंतरालों में सूचित करना बहुत मुश्किल है। इस धरोहर को अनुभव करने के लिए, लोग यहां आते हैं और इस अद्भुत संवाद को देखने का आनंद लेते हैं।
JALJALI MAINPAT के अतिरिक्त भी कई अन्य आकर्षण हैं। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य, जलवायु, और वन्यजीवन इसे एक मनोरम पर्यटक स्थल बनाते हैं। जंगली फूलों की सुगंध, वन्य पशुओं की आवाज, और यहां की प्राकृतिक विविधता सभी यहां के आगंतुकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।
मैनपाट का मौसम भी इसे एक बेहतरीन गंतव्य बनाता है। यहां का मौसम साल के विभिन्न समय में बदलता है, जिससे इस स्थल का चारों ओर का प्राकृतिक सौंदर्य और भी निखरता है।
प्राकृतिक पर्यटन के शौकीनों के लिए, JALJALI MAINPAT में एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है। यहां के विविधता से भरे मानवहत्यार, प्राचीन धार्मिक स्थल, और प्राकृतिक सौंदर्य की विशेषता ने इसे एक अनोखा स्थान बना दिया है।
JALJALI MAINPAT यहां के प्राकृतिक विविधता को संरक्षित रखने के लिए सरकार ने कई पहल की हैं। पर्यटकों की सुरक्षा और स्थानीय समुदाय के विकास को ध्यान में रखते हुए, मैनपाट और उसके आस-पास के स्थानों का प्रबंधन किया जा रहा है।
समुद्र तल से 3300 फीट की ऊंचाई पर स्थित JALJALI MAINPAT एक अनूठा संसार है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और विविधता ने लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया है, और यहां की अनोखी जमीन की हिलने की क्षमता ने इसे एक रहस्यमय स्थल बना दिया है।
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JALJALI POINT – उछलने पर हिलती है जमीन –
मैनपाट, जिसे छत्तीसगढ़ के शिमला के नाम से भी जाना जाता है, वास्तविकता में एक अद्भुत और रोमांचक स्थल है। यहाँ का वातावरण ऐसा है कि जब आप इसे देखते हैं, तो आपको यकीन नहीं होता कि जमीन पर चलना भी संभव है या नहीं।
JALJALI MAINPAT का विशेषता यहाँ की जमीन पर उछलने से होती है, जिसे लोकल लोग ‘जलजली’ या ‘दलदली’ के नाम से जानते हैं। जब आप यहाँ जाते हैं, तो आपको ऐसा लगता है कि जमीन आपके पैरों के नीचे से हिलने लगी हो। JALJALI MAINPAT पॉइंट पर पहुँचने के बाद, लोगों को उछलने की अनोखी अनुभूति होती है। यहाँ की जमीन पर पानी की एक परत होती है, जो ऊपर तैरती हुई पृथ्वी की एक मोटी परत की तरह लगती है और जब आप उछलते हैं, तो वह परत उछलती है, जिससे लगता है कि आप पानी पर उछल रहे हैं।
JALJALI MAINPAT – पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र –
यहाँ की यह विचित्रता खासकर छोटे बच्चों को बहुत पसंद आती है। उन्हें यहाँ की अनोखी अनुभूति और उछलने का अद्भुत मौका मिलता है। मैनपाट गाँव केंद्र से कुछ दूरी पर होने के बावजूद, यहाँ की यह अनूठी प्राकृतिक खूबसूरती और ज़रा हटकरी दृश्यों की वजह से लोगों का आकर्षण बना रहता है।
यहाँ जाकर मानो लोग अपने आप में खो जाते हैं और इस अनोखे स्थल के साथ जुड़े हर पल का आनंद उठाते हैं। यहाँ का वातावरण और इसकी विशेषताएं अद्भुत हैं जो हर किसी को अपनी तरफ खींच लेती हैं। इस तरह की प्राकृतिक अनूठीता हर किसी को प्रभावित करती है और यहाँ आने वाले लोग यहाँ की अनूठी अनुभूतियों को स्मृतिशील बनाते हैं।
इस रूपरेखा में, मैनपाट एक वास्तविकता में हीरा है जो छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक सौंदर्य और रोमांच से भरे तट पर विराजमान है। यहाँ का अनोखा माहौल और अनूठी अनुभूतियाँ हर किसी को मोहित करती हैं।
JALJALI MAINPAT – क्या कहता है विज्ञान –
धरती के विभिन्न क्षेत्रों में जल स्रोतों की संख्या में परिवर्तन और उनके सूखने के कारणों का अध्ययन बहुत महत्वपूर्ण है। विज्ञान में लिक्विफैक्शन का अध्ययन यह बताता है कि किस प्रकार जमीन की तगड़ी या ठोसता धीरे-धीरे घट सकता है।
डॉ. निनाद बोधनकर के अनुसार, लिक्विफैक्शन का कारण यह हो सकता है कि जमीन में पानी की अधिकता के कारण वह अपनी ठोसता खो सकती है और धरती की सतह हिलने लगती है। यह समस्या खासकर वो क्षेत्रों में देखी जाती है जहां पानी की संख्या में वृद्धि हो रही हो, जैसे की नदी किनारे या अन्य जलमग्न स्थल।
इसके अलावा, पृथ्वी के आंतरिक दबाव के कारण भी जमीन में बदलाव आ सकता है। छिद्र स्थानों (खाली स्थान) की वजह से, धरती की सतह पर पानी का संचयन हो सकता है। यह पानी जब जमीन के भीतर भरता है, तो वहां क्षेत्र दलदली और स्पंजी जैसा दिखता है।
इस प्रकार के प्रक्रियाओं से, भू-वैज्ञानिकों को धरती की सतह पर हो रहे बदलावों को समझने में मदद मिलती है। वे इन प्रक्रियाओं का अध्ययन करके न केवल प्राकृतिक आपदाओं को समझते हैं, बल्कि इससे आने वाले संभावित प्रभावों की पूर्वानुमानित करने में भी सक्षम होते हैं।
JALJALI MAINPAT यह सभी तथ्य दिखाते हैं कि हमारी पृथ्वी निरंतर बदल रही है और हमें इसके प्रति सतर्क रहना चाहिए। जल स्रोतों की कमी या धरती के तगड़ी होने में हो रहे किसी भी प्रकार के परिवर्तन को हमें समझने और उनका सामना करने के लिए सावधान रहना जरूरी है।
JALJALI MAINPAT – अम्बिकापुर से जलजली की दूरी –
JALJALI MAINPAT, जाने के लिए अंबिकापुर से बस के माध्यम से जा सकते हैं जो की अंबिकापुर से लगभग 85 से 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
जलजली तक जाना बेहद ही आसान है आप अपने निजी वाहन की मदद से आसानी से पहुंच सकते हैं। सबसे पहले मैनपाट जाना होगा। JALJALI MAINPAT से 10 किलोमीटर दूर है। मानसून और सर्दियों के महीने घूमने के लिए सबसे अच्छे समय हैं। इन महीनों के दौरान, फैली हुई हरियाली और पहाड़ियों के खूबसूरत दृश्य बड़े ही शानदार होते हैं।