GARBAGE CAFE AMBIKAPUR – क्या अंबिकापुर का गार्बेज कैफे बंद होने वाला है? क्यों है यह इन दिनों चर्चा में, और क्या है पूरा मामला? आइए जानते हैं।
अंबिकापुर और छत्तीसगढ़ को देशभर में नई पहचान दिलाने वाले अंबिकापुर प्रतीक्षा बस स्टैंड में 2020 में स्थापित Garbage cafe ने अपनी अनूठी पहल के कारण खूब सुर्खियां बटोरीं। यह कैफे प्लास्टिक कचरे के बदले भोजन उपलब्ध कराकर न केवल पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे रहा था, बल्कि जरूरतमंदों को भोजन भी प्रदान कर रहा था। हालांकि, हाल के दिनों में इसे बंद करने की चर्चाएं सामने आई हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या सच में गार्बेज कैफे हमेशा के लिए बंद होने जा रहा है, या फिर यह किसी नए स्वरूप में फिर से शुरू होगा?
GARBAGE CAFE AMBIKAPUR – क्या सचमुच बंद होगा गार्बेज कैफे? –

अंबिकापुर की नवनिर्वाचित मेयर, महत्व भगत, ने दो दिन पूर्व हुई निकाय बैठक में इस कैफे को बंद करने का आदेश दिया था। उन्होंने स्वयं कैफे का निरीक्षण किया और होटल संचालक को गार्बेज कैफे सहित संचालन बंद करने का निर्देश दिया था। हालांकि, अब स्पष्ट रूप से कहा गया है कि यह कैफे बंद नहीं होगा।
मेयर ने कहा, “देश को प्लास्टिक मुक्त करने की दिशा में यह पहल काफी कारगर साबित हुई है और इसने अंबिकापुर को भी व्यापक पहचान दिलाई है। यदि संचालन में कोई गड़बड़ी होती है या कोई प्रशासनिक समस्या सामने आती है, तो इसका संचालन किसी अन्य को सौंपा जा सकता है, लेकिन कैफे बंद नहीं किया जाएगा।”
GARBAGE CAFE AMBIKAPUR – अंबिकापुर का अनोखा गार्बेज कैफे: प्लास्टिक दो, मुफ्त भोजन लो –

Garbage cafe Ambikapur वर्ष 2020 में स्थापित किया गया था। इसे विशेष रूप से गरीबों और कचरा बीनने वाले लोगों की सहायता के उद्देश्य से शुरू किया गया। इस कैफे की अनोखी पहल के तहत, यदि कोई व्यक्ति एक किलो प्लास्टिक कचरा देता है, तो उसे भरपेट भोजन प्रदान किया जाता है, जबकि आधा किलो प्लास्टिक कचरा देने पर नाश्ता दिया जाता है। यह कैफे न केवल जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराता है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक कचरे के उचित निपटान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।