AMBIKAPUR NEWS – सरगुजा में स्थित बंदरकोट गुफा के साथ रामायण युग से जुड़े अन्य स्थानों में बुनियादी विकास हेतु ग्रामीणों ने राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन।

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AMBIKAPUR NEWS – सरगुजा में स्थित बंदरकोट गुफा के साथ रामायण युग से जुड़े अन्य स्थानों में बुनियादी विकास हेतु ग्रामीणों ने राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन।

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रामायण युग से जुड़े बंदरकोट गुफा जिसे सुग्रीव गुफा भी कहते हैं। वहां अबतक विकास हेतु कोई कार्य नही हुआ हैं। वहां आवागमन करने में स्थानीय लोगों को एवं सैलानियों को काफी मसक्कत करनी पड़ती है। जिसे देखते हुए स्थानीय दर्जनों ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से मुलाकात कर बंदरकोट गुफा समेत रामायण काल से जुड़े सभी स्थानों में बुनियादी विकास हेतु मांग किया।

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AMBIKAPUR NEWS – सरगुजा के ग्राम पंचायत बड़ादमाली में स्थित है गुफा –
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AMBIKAPUR NEWS बंदरकोट गुफा, जो सरगुजा जिले के ग्राम पंचायत बड़ादमाली में स्थित है, एक प्राचीन स्थल है जो रामायण युग से जुड़ा है। ग्रामीणों के अनुसार, बंदरकोट गुफा छःग राम वनगमन पथ के तट पर स्थित है और सुग्रीव की गुफा के नाम से प्रसिद्ध है। इस गुफा के अतिरिक्त, यहां रामायण युग से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण स्थल भी हैं, जिनका विकास और संरक्षण लोगों की मांग है।

लोगों ने राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ज्ञापन सौंपा है। इस गुफा का इतिहास गहरा है और यह स्थल ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के साथ ही पर्यटकों के लिए भी आकर्षक है। यहां कई धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन होते हैं, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार की संभावनाएं मिलती हैं और पर्यटकों को स्थानीय विरासत का अनुभव होता है।

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AMBIKAPUR NEWS – वाल्मीकि रामायण में भी मिलता है इन स्थानों का उल्लेख –

मान्यताओ के आधार पर बंदरकोट गुफा सुग्रीव गुफा के नाम से प्रचलित है। यही वजह है कि मन्याताओं की पुष्टि भी होती है। गुफा से कुछ दूर पर पंपापुर गांव और पंपापुर तालाब स्थित है। आगे बढ़ने पर मैनपाट की पहाड़ी में एक गांव सरभंजा भी स्थित है। लोगों का कहना है कि इन स्थानों का उल्लेख वाल्मीकि रामायण में भी मिलता है। सरंभजा गांव को रामायण काल में सारभंज ऋषि की तपोभूमि कहा जाता था।