अम्बिकापुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर निगम कार्यालय का घेराव कर किया प्रदर्शन, महापौर व आयुक्त के खिलाफ लगाए नारे।
मंगलवार को अम्बिकापुर नगर निगम कार्यालय के समक्ष कांग्रेस कार्यकर्ताओं, पार्षदों तथा बड़ी संख्या में मोहल्ले वासियों ने एकजुट होकर जोरदार प्रदर्शन किया। यह विरोध-प्रदर्शन वर्तमान भाजपा शासित नगर निगम प्रशासन की नीतियों, व असमान निधि आवंटन और मूलभूत सुविधाओं की घोर उपेक्षा के खिलाफ आरोप लगाते हुए किया गया।
अम्बिकापुर – महापौर के खिलाफ लगे नारे –
प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम कार्यालय का घेराव करते हुए महापौर व नगर निगम आयुक्त के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। कांग्रेस पार्षदों ने आरोप लगाया कि निगम प्रशासन द्वारा भाजपा पार्षदों के वार्डों को प्राथमिकता देते हुए 40 से 50 लाख रुपए तक की राशि दी जा रही है, जबकि कांग्रेस पार्षदों के वार्डों में महज़ 7 से 8 लाख रुपये की अल्प राशि प्रदान की जा रही है, जिससे न तो नई सड़क बन पा रही है और न ही नाली जैसी बुनियादी सुविधाओं का निर्माण हो पा रहा है।
अम्बिकापुर – सड़कों व नालियों की समस्या बरसात में खतरा –

प्रदर्शन में शामिल वार्डवासियों ने बताया कि कई वार्डों में नालियों की दशा अत्यंत खराब है। बारिश के समय घरों के सामने जलभराव की स्थिति बन जाती है, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। कुछ स्थानों पर तो पानी घुटनों तक भर जाता है, जिससे संक्रमण और बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है।
अम्बिकापुर – एक हफ्ते में मांग पूरी करने दिया अल्टीमेटम –

कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर समस्याओं का समाधान नहीं किया गया और निधियों का समान वितरण सुनिश्चित नहीं हुआ, तो मजबूरन कांग्रेस कार्यकर्ता और नागरिक चक्का जाम करने जैसे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।