AMBIKAPUR NEWS – सूरजपुर जिले के सिलफिली शासकीय महाविद्यालय में छात्रों को हो रही मूलभूत समस्याओं को देखते हुए आजाद सेवा संघ ने उठाई आवाज।
सूरजपुर जिले के सिलफिली शासकीय महाविद्यालय में मूलभूत सुविधाओं के अभाव को लेकर छात्रों ने प्रबंधन के खिलाफ आवाज उठाई है। गैर-राजनीतिक संगठन आजाद सेवा संघ के प्रदेश सचिव रचित मिश्रा और संघ छात्र मोर्चा के जिला अध्यक्ष प्रतीक गुप्ता के नेतृत्व में छात्रों ने महाविद्यालय प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा और सुविधाओं की कमी को लेकर अपनी समस्याएं सामने रखीं।
AMBIKAPUR NEWS – महाविद्यालय में केवल दो शौचालय होने से परेशान छात्र –
छात्रों ने बताया कि महाविद्यालय में 400 छात्र-छात्राओं के लिए मात्र दो शौचालय हैं, जबकि जिले के अन्य महाविद्यालयों में चार शौचालय उपलब्ध हैं। पुस्तकालय की स्थिति भी बेहद खराब है, जो केवल एक घंटे के लिए खुलता है और वह भी नियमित रूप से उपलब्ध नहीं है। लोक सेवा गारंटी अधिनियम लागू होने के बावजूद अब तक छात्रों को परिचय पत्र और ग्रंथालय परिचय पत्र नहीं दिए गए हैं। पुस्तकालय की सुविधाएं भी एक घंटे से अधिक समय के लिए नहीं मिल रही हैं।
AMBIKAPUR NEWS – खेलने के लिए मैदान सही स्थिति में नहीं –
खेलकूद के मैदान की स्थिति पर सवाल उठाते हुए छात्रों ने बताया कि पहले मैदान को जंगल की तरह छोड़ दिया गया था, और विरोध के बाद इसे खेत में बदला गया। इसके बावजूद मैदान में खेलकूद असंभव है और जुताई के कारण छात्रों को चोट लगने का खतरा है। मैदान में स्थित कुएं पर ढक्कन न होने के कारण सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई गई।
AMBIKAPUR NEWS – शिक्षकों द्वारा छात्रों के साथ किया जा रहा दुर्व्यवहार –
साइकिल स्टैंड का निर्माण अब तक नहीं किया गया है, जबकि इसका शुल्क लिया गया है। वार्षिकोत्सव का आयोजन भी सही ढंग से नहीं किया गया और शैक्षणिक भ्रमण भी आयोजित नहीं किया गया। समय सारिणी में खामियों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए छात्रों ने कहा कि एनईपी टाइम टेबल में खेलकूद पीरियड लिखा गया है, लेकिन मैदान की स्थिति को देखते हुए यह व्यवहारिक नहीं है। महाविद्यालय में हिंदी और कॉमर्स विभाग के कर्मचारियों पर दुर्व्यवहार और गलत भाषा के प्रयोग के आरोप भी लगाए गए हैं।
AMBIKAPUR NEWS – छात्रों ने की 10 जनवरी तक सभी समस्याओं के निराकरण की मांग –
छात्रों ने प्रबंधन से मांग की है कि 10 दिनों के भीतर खेलकूद के मैदान को ठीक किया जाए और 15 जनवरी तक सभी छात्रों को परिचय पत्र सौंपे जाएं। इसके अलावा पुस्तकालय की सुविधा नियमित की जाए और अन्य समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाए। महाविद्यालय के प्राचार्य ने छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए सभी मुद्दों पर उचित समाधान का आश्वासन दिया है। छात्रों ने स्पष्ट किया है कि यदि तय समय सीमा में उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।