AMBIKAPUR NEWS – क्या आप जानते हैं? छ.ग में सबसे पहले बिजली का आगमन अम्बिकापुर में हुआ था।
छत्तीसगढ़ आज के समय में विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में एक अग्रणी और चर्चित प्रदेश बन गया है। हो भी क्यों न, यह प्रदेश अपनी प्राकृतिक संपदाओं और कोयले के विशाल भंडार के कारण देश के अन्य राज्यों को भी बिजली की पूर्ति करता है। राज्य में स्थित कोरबा और अन्य थर्मल पावर प्लांट्स ने इसे “भारत का ऊर्जा केंद्र” बनाने में अहम भूमिका निभाई है। जानते हैं छ.ग के विद्युत क्षेत्र में पावर सरप्लस स्टेट के पीछे की कहानी।
AMBIKAPUR NEWS – छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में पहली बार आया था बिजली –
छत्तीसगढ़ में बिजली की शुरुआत 1915 में अंबिकापुर से हुई, जहां 30.5 किलोवॉट का संयंत्र स्थापित हुआ। 1962 में कोरबा से 132 केवी लाइन के जरिए सरगुजा अंचल को बिजली मिलने लगी। 1958 तक बिजली का उपयोग केवल घरेलू था, औद्योगिक उपयोग बाद में शुरू हुआ।
AMBIKAPUR NEWS – 2003 में ऊर्जा क्षेत्र में आया स्वर्णिम युग –
वर्ष 2000 में राज्य गठन के बाद सरकारों ने ऊर्जा क्षेत्र में प्रदेश को अग्रणी बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मुख्यमंत्री अजीत प्रमोद जोगी ने 15 दिनों में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल (15 नवम्बर 2000) गठित कर राज्य के हितों की रक्षा का संदेश दिया। दिसंबर 2003 में डॉ रमन सिंह के नेतृत्व में ऊर्जा क्षेत्र में स्वर्णिम युग आया, जिसमें प्रदेश को पॉवर सरप्लस स्टेट का दर्जा मिला और विद्युत उत्पादन क्षमता 20 हजार मेगावॉट तक पहुंची। इसके बाद, श्री भूपेश बघेल ने ऊर्जा क्षेत्र की योजनाओं को प्राथमिकता से आगे बढ़ाया।
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