AMBIKAPUR NEWS – आइये जानते हैं सरगुजा जिले की होनहार छात्रा कुमारी सावित्री सिंह के बारे में जिनका चयन साइंस एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत जापान जाने के लिए हुआ।
AMBIKAPUR NEWS – सरगुजा जिले की रहने वाली हैं सावित्री –
रजपुरी, लखनपुर जिला सरगुजा के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय सरगुजा की छात्रा कुमारी सावित्री सिंह ने अपने क्षेत्र का नाम रौशन किया है। सावित्री का चयन सकुरा साइंस एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत जापान जाने के लिए हुआ है। छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार ने जापान सकुरा एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए तीन बच्चों का चयन किया है, जिसमें सावित्री भी शामिल हैं। इस प्रोग्राम के तहत, सावित्री 16 जून से 22 जून तक भारत की ओर से जापान में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में होने वाले आदान-प्रदान में महत्वपूर्ण योगदान देंगी।
AMBIKAPUR NEWS – अंतराष्ट्रीय स्तर पर तरह-तरह की अनुभव प्राप्त करेगी सावित्री –
यह चयन सावित्री के लिए एक महत्वपूर्ण मौका है जो उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा। सावित्री को इस प्रोग्राम के माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवीनतम और उत्कृष्ट विचारों से परिचित होने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, वह अन्य देशों के साथ भारत की संबंधों को मजबूत करने और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग के लिए भी अद्वितीय अवसर प्राप्त करेगी।
यह प्रोग्राम न केवल सावित्री के व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देगा, बल्कि उसके द्वारा प्राप्त की गई ज्ञान और अनुभव को उसके समुदाय और समाज के लाभ के लिए भी उपयोगी बनाएगा। उसे वापस आकर अपने साथी छात्रों और समुदाय के साथ अपना अनुभव साझा करने का अवसर मिलेगा, जिससे उनका सामाजिक और सांस्कृतिक विकास होगा।
AMBIKAPUR NEWS इस प्रोग्राम के माध्यम से सावित्री को अन्य देशों की भाषा, संस्कृति, और तकनीकी प्रणालियों के साथ परिचित होने का भी मौका मिलेगा। वह अपनी देशभक्ति और सामाजिक संवेदनशीलता को भी बढ़ाएगी, जब वह दूसरे देशों के साथ साझा करेगी कि भारत में कैसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार हो रहे हैं।
AMBIKAPUR NEWS – सावित्री के बचपन मे ही पिता का हो गया था स्वर्गवास, माँ ने संघर्ष कर पढ़ाया –
कुमारी सावित्री सिंह के पिता का स्वर्गवास सावित्री के बचपन में ही हो गया था। सावित्री के माता ने संघर्ष कर खेती-बाड़ी का काम संभाला और सावित्री समेत तीनों बच्चियों का पालन-पोषण किया। सावित्री न केवल अब बल्कि वह कक्षा छठवीं से ही कस्तूरबा में अध्यनरत है और बचपन से ही होनहार छात्रा रही है। अभी कक्षा 12वीं में विज्ञान विषय के साथ गणित विषय भी लेकर पढ़ाई कर रही है। सावित्री पहले भी न सिर्फ पढ़ाई में बल्कि अन्य विद्या क्षेत्रों में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
AMBIKAPUR NEWS – खेलों में भी दिखाया उत्कृष्ट प्रदर्शन –
सावित्री अपने समय के अन्य लड़कियों के लिए संघर्ष का प्रतीक है। उन्होंने राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में मेडल अपने नाम किया है। इसके अलावा, उन्होंने अन्य खेलों में भी उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया है और छात्रावास का नाम रोशन किया है। उनकी सामर्थ्य और प्रतिभा ने उन्हें समाज में एक प्रेरणास्त्रोत बना दिया है।
सावित्री का यह सफर उनकी माँ की सामर्थ्य और सहायता के बिना संभव नहीं था। माँ ने संघर्ष और उत्साह के साथ सावित्री को परिवार की जिम्मेदारियों को संभालना सिखाया। उन्होंने उन्हें विद्या के माध्यम से न केवल शिक्षा प्रदान की, बल्कि अपने उत्साहपूर्ण उदाहरण से उन्हें सच्ची मुखौटा प्रदान किया।
सावित्री का उद्धारणशील सफर उनकी परिश्रम, समर्पण और सहनशीलता का परिणाम है। उनके परिवार द्वारा प्राप्त सामर्थ्य और उनकी स्वतंत्रता ने उन्हें अपने सपनों की दिशा में आगे बढ़ने के लिए सशक्त किया है। उनका सफर सिर्फ उन्हें ही नहीं, बल्कि उनके परिवार और समाज के लिए भी प्रेरणा स्रोत है। उनकी उदाहरण भी साबित करता है कि जीवन में संघर्ष और समर्पण से कुछ भी संभव है।
AMBIKAPUR NEWS – क्रॉसबो शूटिंग में हासिल किया ब्रॉन्ज मैडल –
इस वर्ष भी इस छात्रा ने क्राॅसबो शूटिंग राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर छात्रावास को गौरवान्वित किया ।वर्तमान में सावित्री अंग्रेजी व जापानी दोनों भाषाओं का ज्ञान प्राप्त कर रही हैं। जिससे उन्हें वहां कोई भाषा संबंधी परेशानी ना हो। ग्रामीण अंचल की इस छात्रा की उपलब्धि से न सिर्फ जिले में बल्कि पूरे गांव में खुशी का माहौल है।
AMBIKAPUR NEWS – सावित्री अपनी माता एवं शिक्षक-शिक्षकाओं को देतीं हैं सफलता का श्रेय –
सावित्री विदेश जाने को लेकर काफी खुश एवं उत्साहित है सावित्री का अनुभव हवाई जहाज में बैठने से लेकर भविष्य के कई सपने संजोए हुए पूरे होने वाले हैं। जिसको लेकर सावित्री कहती है कि हवाई जहाज में बैठने के लिए काफी उत्साहित है और थोड़ा डर भी है। लेकिन यह जानकर कि उसके साथ-साथ उसके परिवार और विद्यालय के लोग खुश हैं इसे वह अपनी सफलता मानती है।
AMBIKAPUR NEWS सावित्री अपनी सफलता के पीछे अपनी माता परिवारजन एवं विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं को श्रेय देती हैं ।सावित्री का मानना है कि उनके हर एक कदम पर शिक्षकों का ज्ञान परिवार वालों का साथ रहा है एवं भविष्य में भी इससे अधिक ऊंचाई पर पहुंचने के लिए उनके साथ हमेशा मेरे साथ रहेगा जिससे और अधिक नाम रोशन करने का अवसर प्राप्त हो सके।