AMBIKAPUR DRONE TRIAL – केंद्र सरकार की पायलेट प्रोजेक्ट का अम्बिकापुर में हुआ सफल ट्रायल ….40 किमी दूर उदयपुर ड्रोन के माध्यम से 20 मिनट में भेजा गया दवा सैंपल।
AMBIKAPUR DRONE TRIAL – सरकार की पायलेट प्रोजेक्ट का अम्बिकापुर में सफलतापूर्वक ट्रायल किया गया। ड्रोन के माध्यम से शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय अम्बिकापुर से मात्र 20 मिनट में 40 किमी दूर उदयपुर दवा का सैंपल भेजा गया।
AMBIKAPUR DRONE TRIAL – 40 किमी दूरी मात्र 20 मिनट में तय –
19 फरवरी, मंगलवार को केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वास्थ्य सुविधाओं में ड्रोन तकनीक का उपयोग के तहत चयनित देश के 25 मेडिकल कॉलेजों में से छत्तीसगढ़ के एकमात्र शामिल शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, अंबिकापुर, से 40 किमी दूर उदयपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक रक्त सैंपल और रिपोर्ट के साथ दवा भेजने का सफल ट्रायल किया गया।
AMBIKAPUR DRONE TRIAL – दुरुस्थ इलाकों में आसानी से मिल सकेगी सुविधा –
यह पहल न केवल तकनीकी उन्नति का प्रतीक है, बल्कि यह स्वास्थ्य सेवाओं को सुगम और कई इलाकों तक पहुंचाने के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस प्रयोग के माध्यम से, दूरस्थ इलाकों में रहने वाले लोगों को आवश्यक चिकित्सा सेवाओं तक पहुंचने में सहायक होगा। ड्रोन तकनीक का उपयोग रक्त सैंपल और दवा की पहुंच को तेजी से करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, खासकर ऐसे क्षेत्रों में जहां परिवहन की समस्याएं हैं।
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AMBIKAPUR DRONE TRIAL – आवश्यकता अनुसार मिल सकेगा इलाज –
इस योजना के अंतर्गत, विभिन्न स्वास्थ्य सेवा केंद्रों में रोगीयों को उनकी आवश्यकतानुसार इलाज प्रदान किया जा सकता है, जिससे सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं की पहुंच में सुधार हो। इस प्रकार, अधिक लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सकेगा और समाज की स्थिति में सुधार होगा।
यह पहल एक ऐसे नए युग की शुरुआत हो सकती है, जिसमें तकनीकी उन्नति का उपयोग स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए किया जाएगा।
AMBIKAPUR DRONE TRIAL – ड्रोन संचालन क दीदियों में दिखा उत्साह –
ड्रोन के संचालन के लिए स्वयं सहायता समूह आराधना की संध्या ने एक नई दिशा दिखाई है। यह समूह उत्कृष्ठता के प्रतीक है, जो तकनीकी ज्ञान को साझा करने और सामुदायिक उन्नति में सहायक होता है। उनकी इस अनूठी पहल ने ड्रोन संचालन के क्षेत्र में नए संभावनाओं को खोला है।
उत्कृष्ठ स्वयं सहायता समूह के सदस्य आरती का चयन ड्रोन दीदी के रूप में किया गया। उन्हें दिल्ली में 11 दिवसीय निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिसने उन्हें ड्रोन संचालन के क्षेत्र में एक विशेषज्ञ बनाया। इस प्रशिक्षण के माध्यम से, आरती ने उड़ान, लैंडिंग, समान लोडिंग, अनलोडिंग के तकनीकी दायरे को समझा। इसके अतिरिक्त, उन्हें अन्य जरूरी तकनीकी ज्ञान का भी परिचय मिला।
ट्रायल के दौरान, ड्रोन दीदियों की ऊर्जा और उत्साह ने सभी को प्रेरित किया। उनके उत्साह ने दिखाया कि सही मार्गदर्शन और प्रशिक्षण से, किसी भी क्षेत्र में महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण हो सकता है। इस उत्साहजनक प्रक्रिया ने समाज में स्त्री उत्थान के लिए एक नई मिसाल स्थापित की है।
AMBIKAPUR DRONE TRIAL – यह प्रशिक्षण केवल एक शिक्षा ही नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक परिवर्तन का भी उत्साहजनक उदाहरण है। ड्रोन दीदियों का उत्साह और प्रतिबद्धता समुदाय के लिए एक प्रेरणास्पद संदेश है, जो महिलाओं के समूह को सक्षम और सशक्त बनाता है। इस प्रकार, उन्होंने न केवल खुद को, बल्कि अपने समुदाय को भी एक नई दिशा दी है।
भारत विकासशील से विकसित देश बनने की ओर चल पड़ा है इस बीच इस प्रकार के तकनीकी यंत्रों से इमरजेंसी के कार्य आसानी से वह सफलतापूर्वक हो सकते हैं अंबिकापुर में हुए इस ड्रोन ट्रायल ने तकनीकी क्षेत्र में एक बड़ा व सफलतापूर्वक कदम आगे बढ़ाया है।