TURK KAFESI AMBIKAPUR – “लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती”। ये प्रेरणादायक पंक्ति आज के समय मे अम्बिकापुर के नितेश राज गुप्ता पर पूर्ण रूप से ठीक बैठती है। जिन्होंने संघर्ष के रास्ते पर चलकर अपना व्यवसाय एक बड़े स्तर पर लेकर आये और खोला अम्बिकापुर में टर्क कैफेसि जिसे लोगों ने बहुत ही जल्दी पसंद किया और इसके आदि हुए।
TURK KAFESI AMBIKAPUR – नितेश राज गुप्ता की यह कहानी एक प्रेरणादायक उदाहरण है जो आज़माइशों के बावजूद उनकी मेहनत, संघर्ष और संघर्षशीलता को साबित करती है। काम की कमी ने उन्हें मुंबई से अंबिकापुर लौटने पर मजबूर किया, लेकिन उन्होंने यह स्थिति को अपनी मेहनत और सकारात्मक दृष्टिकोण से देखा और शुरू किया तुर्की तरीके से लोगों को कॉफी पिलाना।
TURK KAFESI AMBIKAPUR – यूट्यूब का किया सदुपयोग –
जब लॉकडाउन ने उनकी नौकरी और पार्ट-टाइम एक्टिंग को छीना, तो नितेश ने अपनी क्षमताओं और रुचियों की ओर मुड़ने का साहस दिखाया। उन्होंने इंटरनेट और यूट्यूब का सही उपयोग करते हुए नए कौशलों का सीखना शुरू किया। इससे उन्होंने न केवल अपनी नौकरी को खोई हुई आय पुनः प्राप्त की, बल्कि उन्होंने एक नए रास्ते की भी खोज में कदम रखा।
Also read – आइये जानते हैं सूरजपुर के गांव गणेशपुर की इंग्लिश गर्ल ‘आंचल यादव’ के बारे में।
उनकी कड़ी मेहनत, उत्साह, और संघर्षशीलता ने उन्हें एक नए करियर पथ पर ले जाने में मदद की। उन्होंने यूट्यूब के ज़रिए अपना करियर बनाना शुरू किया और अपनी कला को दुनिया के साथ साझा करने का एक नया तरीका खोजा। उनका प्रयास सिर्फ नए कौशलों का सीखने में नहीं बल्कि उनकी कला को बढ़ावा देने में भी सफल रहा।
TURK KAFESI AMBIKAPUR – नितेश बने सफल व्यवसायी –
नितेश की कहानी ने एक रोमांचक सफलता का किरदार निभाया, जिन्होंने यूट्यूब पर तुर्की में कॉफी बनाने की वीडियो देखी और उसे अपनी दुकान, “टर्क कैफेसी,” (TURK KAFESI AMBIKAPUR) की स्थापना करने का निर्णय लिया। सरगुजा में इसी अनूठे तरीके से कॉफी बनाने का प्रयास करने का उसका निर्णय ने उसकी कड़ी मेहनत और उत्साह को दिखाया।
नितेश ने कुछ दिनों में ही सरगुजा में अपनी दुकान को लोकप्रिय बना दिया, और इसके पीछे उसकी सफलता का कारगर कारण था उसकी उत्सुकता और नवीनता। उसने नहीं सिर्फ अच्छी कॉफी प्रदान की, बल्कि उसने इसमें अपने अंदाज और स्वाद को मिलाकर एक अनूठा अनुभव प्रदान किया।
TURK KAFESI AMBIKAPUR – चंद दिनों में ही लोगों को पसंद आने लगी नितेश की कॉफ़ी –
TURK KAFESI AMBIKAPUR की सफलता में नितेश के अनुभव और कुशलता का भी एक बड़ा योगदान रहा। उसने चंद दिनों में ही अपनी दुकान को एक विशेष पहचान दिलाई, जिसमें लोग न केवल कॉफी का आनंद लेने आते थे, बल्कि उन्हें एक अद्वितीय अनुभव भी मिलता था।
नितेश की उत्सुकता और संघर्ष ने उसे सरगुजा में एक पहचान बनाने में मदद की। उसने न केवल अपनी क्षमताओं का सही उपयोग किया, बल्कि उसने अपने ग्राहकों को भी एक नए और सान्निध्यपूर्ण कॉफी अनुभव का आनंद लेने का अवसर दिया।
इस तरह, नितेश ने TURK KAFESI AMBIKAPUR के माध्यम से सरगुजा में कॉफी की साहित्यिक अनुपस्थिति को भरा, और उसने एक सामाजिक साथी और सफल व्यवसायी के रूप में अपनी जगह बना ली। इसके पीछे उसकी मेहनत, नवीनता, और लोगों के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखने की क्षमता थी, जिसने इसे एक सफल कहानी बना दिया।
TURK KAFESI AMBIKAPUR – औरों को भी रोजगार देने योग्य बने नितेश –
नितेश ने अपने अनूठे तरीके से कॉफी बनाने का तरीका साझा करते हुए एक नया कारोबारी दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है। उनका उत्साह और कौशल उन्हें यहाँ तक पहुँचा रहे हैं कि उनकी कॉफी को अन्य जिलों से भी मान्यता मिल रही है। कांसे के लोटेनुमा बर्तन में कॉफी बनाने की विशेष विधि ने इसे एक अद्वितीय अनुभव में बदल दिया है, जिससे उसमें औषधीय गुण भी समृद्ध हो रहे हैं।
नितेश का स्टार्टअप अब एक पहचान बना रहा है और वह दूसरों को भी रोजगार का अवसर प्रदान कर रहे हैं। उनकी कॉफी ब्रैंड, TURK KAFESI AMBIKAPUR, आज लोगों के बीच में पसंदीदा बन चुकी है। नितेश का यह कारोबार सिर्फ एक उत्कृष्ट रसीले पेय को बनाने में ही नहीं, बल्कि समुदाय को समृद्धि प्रदान करने में भी योगदान कर रहा है।
TURK KAFESI AMBIKAPUR – नितेश प्रेरणादायक उदाहरण –
नितेश की कहानी में एक अनूठा और प्रेरणादायक सफलता का अंश है। सालभर में पांच से छह लाख का बिजनेस और दो से तीन लोगों को नौकरी देना एक बड़ी उपलब्धि है, खासकर इस वक्त में जब अनेक व्यापार और रोजगार क्षेत्रों में चुनौतियाँ बढ़ रही हैं।
कोरोना महामारी ने अनेकों के लिए रोजगार की स्थिति को मुश्किल बना दिया, लेकिन नितेश ने इसे एक नई दिशा में बदल दिया। उन्होंने खुद को आइडिया और समर्पण के साथ भरा हुआ दिखाया है। अपने स्टार्टअप के माध्यम से उन्होंने न केवल अपने लिए बल्कि दूसरों के लिए भी रोजगार सृष्टि की है।
TURK KAFESI AMBIKAPUR – अम्बिकापुर के चौपाटी में दिखती है नितेश की मेहनत –
नितेश अंबिकापुर के चौपाटी पर बने टर्क कैफेसी में कॉफी लवरों को मिलते हैं, जहां वह हर दिन अपने उत्कृष्ट बिजनेस कौशल का प्रदर्शन करते हैं। कोरोना के दौरान इस तरह के विचारों को प्रोत्साहित करना मुश्किल था, लेकिन नितेश ने यह दिखा दिया कि कठिनाइयों को अवसर में बदलना भी संभव है।
नितेश की उदारता और उनका साहस दिखाता है कि उन्होंने अपने सपनों की पूर्ति के लिए कभी हार नहीं मानी। उनकी कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जिंदगी में अगर हम किसी भी स्थिति में सकारात्मक रूप से कार्रवाई करते हैं, तो हम अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफल हो सकते हैं।
TURK KAFESI AMBIKAPUR – नितेश की टर्क कैफेसि संघर्ष से सफलता का उदाहरण –
नितेश की कहानी ने हमें यह सिखाया है कि किसी भी कठिनाई से घिरे हुए समय में भी हमें आत्मनिर्भर बनने का साहस रखना चाहिए। वह निरंतरता और संघर्ष के माध्यम से अपने उद्यमिता की ऊंचाइयों को छूने का संकल्प रखते हैं, जो एक नए भविष्य की दिशा में हैं।
नितेश की कहानी से हमें यह भी दिखता है कि सकारात्मक मानसिकता और कर्मठता से ही हम अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफल हो सकते हैं। उनका उदाहरण हमें यह बताता है कि हमें कभी भी अपने सपनों को पूरा करने के लिए हार नहीं माननी चाहिए, बल्कि हमें हर मुश्किल को अवसर में बदलने का साहस करना चाहिए।