KENAPARA BOATING POINT – आइये जानते हैं सूरजपुर जिले में स्थित पिकनिक के लिए सुंदर स्थल ‘केनापारा बोटिंग पॉइंट’ के बारे में।

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KENAPARA BOATING POINT – आइये जानते हैं सूरजपुर जिले में स्थित पिकनिक के लिए सुंदर स्थल ‘केनापारा बोटिंग पॉइंट’ के बारे में।

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KENAPARA BOATING POINT – छःग प्रदेश के कई खूबसूरत जगहों के बारे में बताते आये हैं। इतिहास से सम्बंधित हो या फिर प्राकृतिक संपदाओं से परिपूर्ण कोई जगह हो, उसकी खूबसूरती उसके इतिहास व वास्तविकता को हमने आपको बताया है। ठीक वैसे ही हम आपको बताते हैं सरगुजा सम्भाग के सूरजपुर जिले में स्थित ‘केनापारा बोटिंग पॉइंट’ के बारे में। जो कि पिकनिक के साथ यहां घूमने-फिरने के लिए काफी अच्छा माहौल भी है।

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KENAPARA BOATING POINT – पिकनिक हेतु सुंदर स्थल –

KENAPARA BOATING POINT

KENAPARA BOATING POINT – सूरजपुर जिले में एक प्रमुख पिकनिक स्थल है जो प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यह जलाशय ग्राम पंचायत केनापारा में स्थित है और इसे एसईसीएल और जिला प्रशासन के सहयोग से पर्यटकों के लिए विकसित किया गया है।

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यहां की सुंदरता और शांति बोटिंग के अनुभव को और भी आकर्षक बनाती है। केनापार जलाशय में बोटिंग का मजा लेने के लिए सुविधाएं मौजूद हैं। यहां पर पर्यटक शांत माहौल में बोट का आनंद लेते हैं और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठाते हैं।

KENAPARA BOATING POINT – इस स्थल पर पिकनिक करने वालों को स्वागत किया जाता है और वे यहां का माहौल आनंद लेते हैं। यहां पर पानी की सतह पर बोटिंग करने का अनुभव सर्वोत्तम होता है और यहां की शांति और प्राकृतिक सौंदर्य मन को चैन प्रदान करते हैं।

इसके अलावा, केनापार बोटिंग पॉइंट जलाशय के आसपास कई अन्य प्राकृतिक स्थलों को भी घेरे हुए हैं। यहां पर पर्यटकों को वन्य जीवन, बर्ड वॉचिंग और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव करने का अवसर मिलता है।

KENAPARA BOATING POINT – का अनुभव अद्वितीय होता है क्योंकि यहां की प्राकृतिक सौंदर्य और शांति आपको मनोरंजन के साथ-साथ सकारात्मक ऊर्जा भी प्रदान करती है। यहां के बोटिंग पॉइंट पर गुजरते समय पर्यटकों को नई और रोमांचक अनुभवों का मौका मिलता है।

सूरजपुर जिले में KENAPARA BOATING POINT का यह महत्त्वपूर्ण स्थान है जो प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटन के क्षेत्र में एक महत्त्वपूर्ण संसाधन के रूप में जाना जाता है। यहां की सुंदरता और विविधता पर्यटकों को आकर्षित करती है और इसे एक प्रमुख दर्शनीय स्थल बनाती है।

KENAPARA BOATING POINT – बोटिंग की सुविधा उपलब्ध –

KENAPARA BOATING POINT

केनापारा नामक ग्राम में स्थित यह रेस्टोरेंट एक प्राकृतिक और शांतिपूर्ण स्थल है जो प्रायः शहरों के शोर-शराबे से दूर है। यह स्थान विश्रामपुर से 5 किलोमीटर और सूरजपुर से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अंबिकापुर से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित होने के कारण, यहां का माहौल प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है।

यह रेस्टोरेंट पानी में स्थित है और आपको इस महान प्राकृतिक स्थल के चारों ओर तैरते हुए आनंद लेने का अवसर देता है। यहां आप बोटिंग का आनंद भी ले सकते हैं। बोटिंग का चार्ज मात्र ₹50 है, जो इस खूबसूरत स्थल का आनंद लेने के लिए एक बहुत ही संवेदनशील तरीका है।

यहां पर मछली पालन की भी सुविधा है, जिससे आप मछली पालन की प्रक्रिया को देख सकते हैं और इसमें शामिल हो सकते हैं। यहां पर विश्राम करते समय, आप प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते हुए मजबूती और शांति की अनुभूति कर सकते हैं।

KENAPARA BOATING POINT – इस स्थान पर प्राकृतिक ताजगी और सुखद माहौल के साथ-साथ खास ग्रामीण अनुभव भी होता है। यहां की शांति और प्राकृतिक सुंदरता आपके मन को शांति और आनंद प्रदान करती है। यहां पर अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना एक अद्वितीय अनुभव हो सकता है।

समाप्ति रूप से, केनापारा नामक ग्राम में स्थित इस रेस्टोरेंट एक सुंदर और शांतिपूर्ण स्थल है जो आपको विश्राम करने, बोटिंग करने और मछली पालन की अनोखी अनुभव का अवसर प्रदान करता है। इस स्थल का आनंद लेने के लिए चार्ज मात्र ₹50 है, जो कि एक सस्ता विकल्प होता है अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए।

KENAPARA BOATING POINT – मत्स्य पालन हेतु जिला प्रशासन का योगदान –

KENAPARA BOATING POINT

मत्स्य पालन एक महत्वपूर्ण कृषि उपक्रम है जो पोषक आहार की आपूर्ति में मदद करता है और आर्थिक रूप से भी उपयोगी होता है। मत्स्य पालन के लिए जिला प्रशासन द्वारा केज कल्चर विकसित किया जाना महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह स्थानीय स्तर पर मत्स्य पालन को बढ़ावा देने में मदद करता है। मार्च 2019 में मत्स्य विभाग द्वारा पिंजरे की संस्कृति के लिए काम शुरू किया गया था, जिससे यह सुनिश्चित हो सकता है कि मछलियों का संरक्षण और पालन सुरक्षित तरीके से हो सके।

इस प्रक्रिया में, पैंगेसियस (टेंगा) प्रजातियों का पालन करने के लिए 32 पिंजरे लगाए गए हैं। यह प्रयास स्थानीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने का भी एक माध्यम हो सकता है, क्योंकि मत्स्य पालन स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देता है और स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देता है।

इस प्रकार के प्रोजेक्ट्स से क्षेत्र में नौकरीयों का भी निर्माण होता है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार की अवसरों में वृद्धि होती है। इससे कृषि और व्यापार के सेक्टर में नए उत्पादों और सेवाओं का निर्माण होता है, जिससे अर्थव्यवस्था में सुधार होती है।

KENAPARA BOATING POINT – इस प्रकार के कार्यक्रम एक सामाजिक और आर्थिक बदलाव का माध्यम बन सकते हैं, जो किसानों और छोटे उद्यमियों को समृद्धि देने के लिए सहायक हो सकते हैं।

KENAPARA BOATING POINT – इस प्रकार के प्रोजेक्ट्स के जरिए, जिला प्रशासन और मत्स्य विभाग द्वारा संचालित पहल न केवल मत्स्य पालन को बढ़ावा देती है, बल्कि स्थानीय समुदायों के जीवन में भी सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद करती है। इसके माध्यम से स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देने के साथ-साथ, समुदायों के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी मदद मिलती है।